।। श्रीहरिः ।।
जयश्रीकृष्ण
सत्संगके प्रेमामृतमें अवगाहन करनेवाले प्रभुके प्यारे सभी साधक भाई-बहनोंको सप्रेम हरि-स्मरण ।
थोड़े-दिनोंसे स्क्रिबडमें कुछ परिवर्तन होनेसे जो साधक गुगल-क्रोममें पढ़ते थे, उनको दिक्कत आ रही है, हिन्दी शब्द सही नहीं आ रहें हैं । अतः इसको ठीक करनेमें जो साधक भाई-बहन जानकरी रखतें हो, वह कृपया मार्गदर्शन करें ।
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जयश्रीकृष्ण